
Title: भगवान श्रीकृष्ण की चमत्कारी कहानी: लीला, प्रेम और पराक्रम का अद्भुत संगम
भगवान श्रीकृष्ण की इस चमत्कारी कहानी में जानिए उनके जन्म से लेकर महाभारत के युद्ध और चमत्कारों की अविस्मरणीय घटनाएँ, जिन्हें पढ़कर मन भक्तिभाव से भर उठेगा।
भूमिका
भगवान श्रीकृष्ण की गाथा केवल धार्मिक नहीं बल्कि चमत्कारों, राजनीति, प्रेम और भक्ति की एक ऐसी अनमोल धरोहर है जो युगों-युगों तक लोगों को प्रेरणा देती है। इस लेख में हम जानेंगे भगवान श्रीकृष्ण की उन चमत्कारी लीलाओं को, जिन्होंने उन्हें केवल देवता ही नहीं बल्कि एक आदर्श जीवन-पुरुष के रूप में भी स्थापित किया।
—
1. जन्म और कारागृह में पहला चमत्कार
कृष्ण का जन्म मथुरा के कारागृह में हुआ। कंस ने जैसे ही आठवां बालक पैदा होने की आहट सुनी, वैसे ही देवकी और वासुदेव के ऊपर बंदिशें और सख्ती और बढ़ा दी। लेकिन जैसे ही श्रीकृष्ण जन्मे, वहाँ अद्भुत प्रकाश हुआ, सभी पहरेदार नींद में सो गए और कारागृह के ताले अपने आप खुल गए।
वासुदेव को एक दिव्य वाणी ने आदेश दिया कि वे बालक को यमुना पार गोकुल पहुँचा दें। तेज बारिश में वासुदेव ने श्रीकृष्ण को टोकरी में रखा और यमुना पार करने लगे, तभी एक चमत्कार हुआ — यमुना का जल रास्ता देने के लिए दो भागों में विभाजित हो गया।
—
2. पूतना वध: शिशु द्वारा राक्षसी का संहार
कृष्ण जब केवल कुछ दिन के थे, तब राक्षसी पूतना कंस के आदेश पर उन्हें मारने आई। उसने अपने स्तनों पर विष लगाकर कृष्ण को स्तनपान कराया। लेकिन भगवान ने जैसे ही उसका दूध पीना शुरू किया, उन्होंने उसके प्राण भी उसी क्षण खींच लिए। यह एक महान चमत्कार था — एक नवजात शिशु द्वारा राक्षसी का वध।
—
3. गोवर्धन पर्वत उठाना: इंद्र का अभिमान तोड़ना
गोकुल में लोग हर वर्ष इंद्र देवता की पूजा करते थे, लेकिन श्रीकृष्ण ने उन्हें समझाया कि प्रकृति की पूजा करनी चाहिए। इंद्र क्रोधित हो गए और लगातार सात दिन तक मूसलधार बारिश करवाई। कृष्ण ने गोवर्धन पर्वत को अपनी छोटी अंगुली पर उठा लिया और पूरे गाँव को उसकी छाया में सुरक्षित रखा। यह चमत्कार केवल शक्ति नहीं, बल्कि भक्ति और विश्वास की जीत का प्रतीक बना।
—
4. कालिया नाग का दमन
यमुना नदी में कालिया नामक विषैला नाग रहता था, जिससे सभी गाँववासी भयभीत थे। कृष्ण ने नदी में छलांग लगाई, कालिया से युद्ध किया और उसके फनों पर नृत्य करते हुए उसे पराजित किया। भगवान के चरण स्पर्श से कालिया की चेतना बदल गई और वह शांत होकर चला गया।
—
5. माखन चोरी और चमत्कारिक बाल लीलाएँ
बाल्यकाल में कृष्ण की माखन चोरी केवल शरारत नहीं थी, वह गोपियों के साथ एक दिव्य लीला थी। वे अपने चमत्कारी रूपों से एक ही समय में कई घरों में दिख जाते थे, मटकी फोड़ देते और माखन खा लेते। कोई उन्हें पकड़ नहीं सकता था। कई बार गोपियाँ उनके सामने शिकायत लेकर यशोदा के पास जातीं, परंतु कृष्ण पहले ही वहाँ पहुँच जाते — यह भी एक अद्भुत चमत्कार था।
—
6. रासलीला: प्रेम का दिव्य चमत्कार
श्रीकृष्ण की रासलीला केवल नृत्य नहीं थी, यह आत्मा और परमात्मा के मिलन की लीला थी। हर गोपी को लगता कि श्रीकृष्ण केवल उसके साथ हैं। असल में भगवान ने हर गोपी के साथ एक-एक रूप धारण कर रास किया — यह दिव्य चमत्कार केवल भगवान ही कर सकते थे।
—
7. महाभारत का युद्ध और श्रीमद्भगवद्गीता
महाभारत के युद्ध में कृष्ण ने अर्जुन के सारथी बनकर उन्हें धर्म का ज्ञान दिया। जब अर्जुन युद्ध से पीछे हटने लगे, तब श्रीकृष्ण ने उन्हें गीता सुनाई। युद्ध में उन्होंने चमत्कारी रूप भी दिखाया — जब उन्होंने अपना विराट रूप दिखाया, अर्जुन उनके असंख्य मुख, हाथ और आँखों को देखकर अचंभित रह गए। यह क्षण न केवल चमत्कारी था, बल्कि समस्त ब्रह्मांड की व्यवस्था को समझाने वाला था।
—
8. दुशासन के हाथों द्रौपदी की लाज रक्षा
जब कौरव सभा में दुशासन ने द्रौपदी को चीरहरण करने का प्रयास किया, तो द्रौपदी ने श्रीकृष्ण को पुकारा। उसी क्षण कृष्ण ने चमत्कारी ढंग से उसकी साड़ी को अनंत कर दिया, जिससे दुशासन थक गया लेकिन साड़ी समाप्त नहीं हुई। यह चमत्कार आज भी नारी सम्मान का प्रतीक बना हुआ है।
—
9. शिशुपाल वध: धैर्य की सीमा और न्याय का चमत्कार
शिशुपाल श्रीकृष्ण का कट्टर शत्रु था। उन्होंने 100 अपमान तक शिशुपाल को क्षमा किया। लेकिन जैसे ही 101वां अपमान हुआ, श्रीकृष्ण ने चक्र से उसका वध कर दिया। यह न्याय और संयम का अद्भुत उदाहरण है।
—
10. उद्धव और भागवत धर्म का प्रचार
कृष्ण ने अपने मित्र उद्धव को भागवत धर्म का प्रचार करने को कहा। उन्होंने उद्धव को बताया कि भक्ति ही मोक्ष का मार्ग है। उन्होंने दुनिया को बताया कि प्रेम, त्याग और समर्पण ही भगवान तक पहुँचने के चमत्कारी मार्ग हैं।
—
निष्कर्ष
भगवान श्रीकृष्ण की चमत्कारी कहानी केवल मिथक नहीं, बल्कि एक ऐसी जीवंत प्रेरणा है, जो हर युग के मनुष्य को जीवन जीने की कला सिखाती है। उनके चमत्कारों में शक्ति है, परंतु उससे भी अधिक उसमें प्रेम, ज्ञान और धर्म की झलक है।
—
youtube पर देखे कृष्ण जी के चमत्कार
यह भी पढ़े भगवान विष्णु का बुद्ध अवतार कई चमत्कारिक कहानिया